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जनवरी, 2024 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

खेती क्या है समझाइए?

खेती एक प्राचीन सभ्यता से चली आ रही है जो आदिमानव द्वारा किए जाने वाला पहला कार्य था जिसकी सहायता से पालन पोषण किया जाता था और इसे दिनचर्या में शामिल किया गया इसकी महत्वता को समझते समझते कुछ वर्ष लगे समय के अनुसार इसमें परिवर्तन होते गए और यहां कई क्षेत्र में विभाजित हो गई अलग-अलग क्षेत्र के अनुसार बुवाई हकाई हुई मिट्टी के अनुसार फसल बोने का अनुमान लगाया गया  खेती सबसे महत्वपूर्ण व्यक्ति का पेट भरने के लिए होती है इसके बिना जीवन की कल्पना करना संभव है खेती के माध्यम से इंसान अपने खाने की पूर्ति करता है और अपनी दिनचर्या इसी के माध्यम से पूरी करता है आज जिस तरह के व्यंजन बनाए जाते हैं वह सब पहले खेतों में उगाए जाते हैं फिर उन्हें मार्केट में लाया जाता है खेती को नहीं तकनीक में बदल दिया गया है जैसे आज हम नर्सरी बोलते हैं इसमें पौधों को उगाया जाता है और उन्हें बेचा जाता नई किस्म के पौधे आकार उन्हें मार्केट में बेचा जाता है और एक अच्छा मुनाफा कमाया जाता है जो आगे चलकर वह पौधे एक फसल या पेड़ का रूप लेते हैं और वहां भी एक अच्छा मुनाफा कमा कर देते हैं आज खेती में कई प्रकार के यंत्रों का उप...

खेती के लिए छोटा ट्रैक्टर

अपने ट्रैक्टर तो कई प्रकार के देखे होंगे लेकिन कुछ कंपनियों के द्वारा कुछ छोटे ट्रैक्टर भी बनाए गए हैं जो किसानों के काफी मदद करते हैं और हर काम को आसान करते हैं छोटे ट्रैक्टर की मदद से किसान अपने कई बड़े काम कर लेते हैं और उसे उनका समय भी और फसल भी बच जाती है क्योंकि बड़े ट्रैक्टर को खड़ी फसल में नहीं चलाया जा सकता क्योंकि उसके टायर काफी बड़े होते हैं और काफी नुकसान करते हैं और एक बार फसल पर अगर भरी ट्रैक्टर चलता है तो फसल दोबारा नहीं होती है इसीलिए इस लिए इस समस्या का समाधान ट्रैक्टर कंपनियों की तरफ से निकल गया जो ट्रैक्टर आज किसने की बहुत सहायता कर रहे हैं छोटे ट्रैक्टरों का फायदा किसानों को छोटे ट्रैक्टरों से सिंचाई करने में काफी आसानी होती है और इसके टायर काफी छोटे होते हैं जो फसलों को नष्ट नहीं करते हैं और इसे चलाना भी काफी आसान होता है इसमें कंपनियों की तरफ से कुछ सुविधा प्रदान की गई है जो एक ट्रैक्टर की तरह होती है मौसम के बदलाव के कारण फसलों में किसी तरह के पौधे या जो पौधे काम की नहीं होते हैं जो फसलों को नुकसान पहुंचाते हैं उन्हें मजदूरों के द्वारा उखड़ाया जाता है जिसमें काफी...

क्या आप खेती करने के कुछ ऐसे नए तरीके के बारे में बता सकते हैं जिसमें कम लागत कम जमीन में भी अधिक मुनाफा लिया जा सके?

क्या आप भी कम लागत में अधिक मुनाफा कमाना चाहते हैं तो ऐसा हो सकता है अगर आपके पास कम जमीन पर्याप्त पानी काम भी हो तो हम अधिक मुनाफा कमा सकते हैं इसके लिए आपको कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाने होंगे जिससे आपको अधिक लाभ होगा लेकिन आपकी कम मेहनत और मुनाफा ज्यादा होगा क्योंकि भारत में ज्यादातर किसान के पास पर्याप्त जमीन नहीं है वहां ठीक से खेती नहीं कर पाते और ना ही पर्याप्त पानी है और उन्हें हर साल का भी नुकसान होता है इसके चलते किसान आत्महत्या कर लेते हैं लेकिन हम आपको कुछ आसान तरीका बताएंगे खेती करने का जैसे आपको काफी फायदा होगा घर  खाली छत पर कई प्रकार खेती कर सकते हैं आप सब्जियां लगा सकते हैं और फूल या कई किस्म के पौधे लगा सकते हैं जिससे आपको काफी मुनाफा होगा और आप कम लागत में अच्छा पैसा कमा सकते हैं  और आप नई तकनीकी सहारे आसान खेती कर सकते हैं जिसमें आपको कम लागत में अच्छा मुनाफा होगा और आप कृषि यंत्र की मदद से किसी भी वर्ष या मौसम में काम कर सकते हैं और एक अच्छी फसल तैयार कर सकते हैं अगर आपके पास पर्याप्त जमीन नहीं है तो उसे पर पोल्ट्री फार्म या मछली पालन खोल सकते हैं जो आपको लाखों...

क्या घर के गमलों में मटर की अच्छी फसल उगाई जा सकती है? - kya ghar per matar ki kheti ho sakti hai

क्या आपने कभी सुना है कि घर पर मटर उगाएं जा सकते हैं तो आपने बिल्कुल सही सुना है आप घर पर मटर उगा सकते हैं और इसकी अच्छी फसल कर सकते हैं आप इसे गमले या अपनी छत पर उगा सकते हैं और एक अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं लेकिन इसके लिए आपको कुछ बातों का खास ख्याल रखना होगा जिससे मटर कि फसल को नुकसान ना हो भारत में कई लोग ऐसे हैं जिनके पास खेती के लिए पर्याप्त जमीन नहीं है लेकिन उन्हें खेती करने का शौक है जो वह अपने घर पर पूरा कर सकते हैं  मटर की खेती कैसे करें ?   मिट्टी : आपके पास अच्छी मिट्टी होना चाहिए जिससे पौधे अच्छे से विकसित हो सके मिट्टी की गुणवत्ता की जांच करें क्या वहां मटर की खेती के योग्य है ऐसा न करने पर आपको नुकसान हो सकता है और आपकी फसल बर्बाद हो सकती है सुरज : आपकी मटर के पौधे के लिए आपको सूरज की रोशनी बहुत आवश्यक है इससे आपके पौधे का विकास होगा आप पौधे को ऐसी जगह लगे जहां सूरज की रोशनी आ सके और पर्याप्त पौधे को रोशनी मिल सके पानी  : मटर के पौधे के लिए पानी की भी आवश्यकता आपको पड़ेगी लेकिन इस बात का खास ख्याल रहे की पानी पर्याप्त मात्रा में पौधे को दिया जाए ज्यादा पानी...

खेती कैसे करते हैं - खेती की संपूर्ण जानकारी

क्या आप खेती करने के बारे में सोच रहे हैं तो यहां एक अच्छा विकल्प है लेकिन आपके पास पर्याप्त जगह होनी चाहिए खेती करने के लिए और आपके पास भूमिगत क्षेत्र खेती लायक होना चाहिए जिसमें आपको पर्याप्त फसल उत्पादन हो सके  खेती के लिए जमीन होना आवश्यक है -  खेती के लिए उर्वरक जमीन होना आवश्यक है जिस पर आप अच्छी फसल उगा सके अगर आपकी जमीन बेहतर होगी तो आपको फसल की अच्छी आवक होगी और खेती करने से पहले मिट्टी कि जांच कर ले और खेती के लिए पानी भी आवश्यक है खेती के लिए सबसे जरूरी चीज पानी है पानी के बगैर खेती की कल्पना करना उचित नहीं है पानी की मदद से आप हर तरह की फसल को कर सकते हैं पानी बगैर खेती की सोचना भी बहुत गलत है अगर पर्याप्त पानी खेत के लिए रहेगा तो फसल अच्छी होगी पानी होना बहुत जरूरी है खेती के लिए खेती करने के लिए कृषि यंत्र की भी आवश्यकता पड़ती है   खेती करने के लिए हमें कई कृषि यंत्रों की आवश्यकता पड़ती है जैसे सिंचाई करने के लिए कटाई के लिए और भी कई कामों के लिए कृषि यंत्र की आवश्यकता पड़ती है छोटे-मोटे किस से लेकर बड़े किसानों के काम को कृषि यंत्र द्वारा आसान किया जा सकता ...

सबसे जल्दी तैयार होने वाली फसल कौन सी है

जल्दी तैयार होने वाली फसलों में से एक मक्का की फसल है जो कम पानी में बहुत जल्दी तैयार हो जाती हैं और इसे कम लागत में बोया जा सकता है और अच्छे मुनाफा कमाया जा सकता है भारत में आने वाले समय में पानी की कमी होती हुई नजर आ रही है अगर इस दृष्टि से भी हम देखें तो यह फसल किसानों के लिए लाभदायक है और इस पर किसानों को विचार करना चाहिए भारत में आमतौर पर मक्का को बोया जाता है लेकिन यहां फसल बहुत ही लाभदायक है इससे कई तरह के कारोबार में काम में लिया जाता है आपकी जानकारी के लिए बता दें मक्का के अड्डा होता है और इसका पॉपकॉर्न भी बनता है जो काफी स्वादिष्ट होता है और इसे व्यंजन में इस्तेमाल किया जाता है सरकारी दृष्टि से अगर इसे देखें तो यह फसल काफी अच्छी है और इसे सरकार काफी अच्छे मूल पर खरीदनी भी है लेकिन इसकी बुवाई में जो लागत है वह भी बहुत ही सीमित है तो यहां एक अच्छा मुनाफा कमाने का सौदा है 

कम पानी की आवश्यकता वाली फसलें

जल ही जीवन है लेकिन आज पानी की समस्या हमारे समाज के लिए बहुत गंभीर चुनौती है और इसका सीधा असर हम कृषि और खेती पर देख सकते हैं जिसके कारण आज किसानों को समय पर पानी की प्राप्ति ना होने के कारण फसलों का काफी नुकसान हो जाता है और उन्हें इस पीड़ा से गुजरना पड़ता है इसका मुख्य कारण है पानी की कमी कम पानी की आवश्यकता वाली फैसले है जैसे सोयाबीन कपास बाजरा आदि यह फसलों में काम से कम पानी की आवश्यकता होती है जिससे किसानों को ज्यादा परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ता है और अच्छा उत्पाद भी होता है और मुनाफा भी होता है लेकिन हमारे लिए दूसरे फैसले भी बहुत अहम है क्योंकि रोज मराठी जिंदगी में उनकी भी जरूर इतनी ही है  सरकार को इस बारे में विचार करना चाहिए किसानों को जागरूक करना चाहिए उन्हें सही तकनीक के बारे में जानकारी देना चाहिए जिससे पानी की खपत को बचाया जा सके और समाज को इसके लिए जागृत करना चाहिए जिससे कि पानी की बचत हो सके और खेती को पर्याप्त पानी समय पर मिल सके  समाज को इस में पहल करनी चाहिए और आगे आना चाहिए किसानों के कार्य करना चाहिए जिनसे उनका कुछ मदद मिल सके अधिकतर किसान आज अनपढ़ है...

1 बीघा में कितने कुंटल निकलता है?

एक बीघा में से आपको कम से कम 15 से 20 कुंटल फसल प्राप्त होती है लेकिन या आपके क्षेत्र और आपकी जमीन की उर्वक्ता पर निर्भर करती है कि वह किस प्रकार की है अगर उर्वरकता अच्छी होती है तो आपको अच्छी फसल होने के ज्यादा चांस होते हैं लेकिन अगर आप उसके अच्छे से देख रहे करते हैं तो रिजल्ट इससे कहीं गुना बेहतर होता है और अगर किसी कारण ओला दृष्टि या बरसात असीमित होती है तो आपको नुकसान भी देखने को मिल सकता है 

1 बीघा में कितना गेहूं बोया जाता है

भारत में अलग-अलग क्षेत्र के हिसाब से जमीन होती है एक बीघा जमीन इसका साइज अलग-अलग क्षेत्र में अलग-अलग तरीके से पटवारी द्वारा निर्धारित किया जाता है फिर भी किसान अनुसंधान की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि एक बीघा में 15 से 20 क्विंटल गेहूं आप प्राप्त कर सकते हैं एक बीघा को बोने के लिए आपके पास 40 किलो गेहूं होना अनिवार्य है और अगर किसी तरह की प्रकृति आपदान नहीं आती है तो आपको एक बीघा से 15 से 20 क्विंटल गेहूं प्राप्त होंगे अगर आपके क्षेत्र में ओला दृष्टि या बरसात अधिक होती है तो आपकी फसल खराब हो सकती है और आपको कुछ भी नहीं प्राप्त होगा

गर्मी में कौन सी फसल उगाई जाती है

गर्मी के मौसम में विभिन्न प्रकार की फैसले बोई जाती है अलग-अलग क्षेत्र के तापमान के अनुसार अलग-अलग फैसले बोई जाती है भारत के अन्य क्षेत्र हैं जहां पर तापमान हर वक्त बदलता रहता है इसलिए गर्मी में अलग किस्म की फैसले उगाई जाती हैं  भारत में उगाई जाने वाली फैसले गर्मी में गर्मी के मौसम में उत्तर भारत में कई किस्म की फैसले उगाई जाती है गन्ने की खेती भी गर्मी में ही की जाती है आप गर्मी में अपने खेतों में सब्जियां भी बोल सकते हैं और एक अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं लेकिन आपके पास पानी की व्यवस्था होनी चाहिए आप पशुओं के लिए चारा भी बोल सकते हैं और उसे एक अच्छी कीमत में भेज सकते हैं और अपने पशुओं के लिए भी उपयुक्त में ले सकते हैं गर्मियों में कई तरह की किस्म की दालें भी बोई जाती है लेकिन वह आपके क्षेत्र के तापमान के अनुसार निर्भर करती है लेकिन ज्यादातर क्षेत्रों में हरी सब्जी बोई जाती है जिससे पानी की खपत और मेहनत कम लगती है और एक अच्छा मुनाफा होता है दक्षिण भारत में भी गर्मियों के समय राजमा चावल बोए जाते हैं क्योंकि चावल को गर्मी और उपयुक्त पानी की आवश्यकता पड़ती है गर्मियों के मौसम में नशीले प...