एक बीघा में से आपको कम से कम 15 से 20 कुंटल फसल प्राप्त होती है लेकिन या आपके क्षेत्र और आपकी जमीन की उर्वक्ता पर निर्भर करती है कि वह किस प्रकार की है अगर उर्वरकता अच्छी होती है तो आपको अच्छी फसल होने के ज्यादा चांस होते हैं लेकिन अगर आप उसके अच्छे से देख रहे करते हैं तो रिजल्ट इससे कहीं गुना बेहतर होता है और अगर किसी कारण ओला दृष्टि या बरसात असीमित होती है तो आपको नुकसान भी देखने को मिल सकता है
गर्मी के मौसम में विभिन्न प्रकार की फैसले बोई जाती है अलग-अलग क्षेत्र के तापमान के अनुसार अलग-अलग फैसले बोई जाती है भारत के अन्य क्षेत्र हैं जहां पर तापमान हर वक्त बदलता रहता है इसलिए गर्मी में अलग किस्म की फैसले उगाई जाती हैं भारत में उगाई जाने वाली फैसले गर्मी में गर्मी के मौसम में उत्तर भारत में कई किस्म की फैसले उगाई जाती है गन्ने की खेती भी गर्मी में ही की जाती है आप गर्मी में अपने खेतों में सब्जियां भी बोल सकते हैं और एक अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं लेकिन आपके पास पानी की व्यवस्था होनी चाहिए आप पशुओं के लिए चारा भी बोल सकते हैं और उसे एक अच्छी कीमत में भेज सकते हैं और अपने पशुओं के लिए भी उपयुक्त में ले सकते हैं गर्मियों में कई तरह की किस्म की दालें भी बोई जाती है लेकिन वह आपके क्षेत्र के तापमान के अनुसार निर्भर करती है लेकिन ज्यादातर क्षेत्रों में हरी सब्जी बोई जाती है जिससे पानी की खपत और मेहनत कम लगती है और एक अच्छा मुनाफा होता है दक्षिण भारत में भी गर्मियों के समय राजमा चावल बोए जाते हैं क्योंकि चावल को गर्मी और उपयुक्त पानी की आवश्यकता पड़ती है गर्मियों के मौसम में नशीले प...
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