खेती एक प्राचीन सभ्यता से चली आ रही है जो आदिमानव द्वारा किए जाने वाला पहला कार्य था जिसकी सहायता से पालन पोषण किया जाता था और इसे दिनचर्या में शामिल किया गया इसकी महत्वता को समझते समझते कुछ वर्ष लगे
समय के अनुसार इसमें परिवर्तन होते गए और यहां कई क्षेत्र में विभाजित हो गई अलग-अलग क्षेत्र के अनुसार बुवाई हकाई हुई मिट्टी के अनुसार फसल बोने का अनुमान लगाया गया
खेती सबसे महत्वपूर्ण व्यक्ति का पेट भरने के लिए होती है इसके बिना जीवन की कल्पना करना संभव है खेती के माध्यम से इंसान अपने खाने की पूर्ति करता है और अपनी दिनचर्या इसी के माध्यम से पूरी करता है आज जिस तरह के व्यंजन बनाए जाते हैं वह सब पहले खेतों में उगाए जाते हैं फिर उन्हें मार्केट में लाया जाता है
खेती को नहीं तकनीक में बदल दिया गया है जैसे आज हम नर्सरी बोलते हैं इसमें पौधों को उगाया जाता है और उन्हें बेचा जाता नई किस्म के पौधे आकार उन्हें मार्केट में बेचा जाता है और एक अच्छा मुनाफा कमाया जाता है जो आगे चलकर वह पौधे एक फसल या पेड़ का रूप लेते हैं और वहां भी एक अच्छा मुनाफा कमा कर देते हैं
आज खेती में कई प्रकार के यंत्रों का उपयोग किया जाता है जिससे इसे बहुत आसानी से खेती में उपयोग लिया जाता है और इसे किसानों का समय बसता है जिसमें काफी अच्छी फसल उगाई जाती है कृषि यंत्र की मदद से बहुत सारे कामों को आसान कर दिया गया है इसमें समय की भी बचत हो जाती है और फसल भी बहुत अच्छी होती है समय-समय पर इनमें भी काफी बदलाव हुए हैं जो आगे चलकर एक अच्छा परिणाम देने वाले हैं
कृषि को मुनाफे की तौर पर देखा जाए तो यहां एक व्यापार की दृष्टि से भी बहुत बड़ा कारोबार है जिसमें काफी संख्या में लोगों को रोजगार प्राप्त होता है लेकिन इसमें जो बिजोलिया होते हैं वह किसानों को सही सही पैसे नहीं देते हैं इससे किसानों को बहुत आहत होते हैं
सरकार द्वारा किसानों के लिए नई-नई योजनाएं निकाली जाती है लेकिन वह किसानों तक पहुंचाई तक नहीं जाती है इसके लिए भी आज किस को काफी बड़ा नुकसान होता है कई किसान ऐसे हैं जो आज भी अपना जीवन बहुत बुरी स्थिति में गुजर रहे हैं
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें